पटना के मसौढ़ी में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें पत्नी ने अपने पति की हत्या अपने 10 साल छोटे प्रेमी के साथ मिलकर करवा दी। यह मामला इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड जैसा प्रतीत होता है, जहां प्रेम और विश्वासघात की भयावह तस्वीर सामने आई थी। यहां भी वैसी ही प्लानिंग, वैसा ही बेशर्मी भरा प्रेम-प्रसंग, और उतनी ही खौफनाक साजिश रची गई।
राजेश चौधरी, जिसकी उम्र 30 वर्ष थी, की गोली मारकर हत्या तब कर दी गई जब वह मंदिर जा रहा था। इस हत्याकांड की सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि उसकी पत्नी ममता देवी ही हत्या की मास्टरमाइंड निकली। ममता पिछले चार महीनों से अपने से 10 साल छोटे प्रेमी लक्की के साथ संबंध में थी। पति को रास्ते से हटाने के लिए ममता ने लक्की और उसके दोस्तों के साथ मिलकर एक खतरनाक साजिश रची।
हत्या के लिए लक्की ने अपने साथी निशांत कुमार और एक नाबालिग को शामिल किया। निशांत को ₹20,000 की सुपारी दी गई और नाबालिग को घटना स्थल पर राजेश की पहचान और निगरानी का जिम्मा सौंपा गया। हत्या की सुबह राजेश मंदिर के पास जैसे ही पहुँचा, पहले से घात लगाए बदमाशों ने उसे निशाना बनाया और गोली मार दी।
घटना के बाद पुलिस ने पहले लक्की को हिरासत में लिया। जब उससे पूछताछ की गई तो सारी कहानी सामने आ गई। ममता देवी ने भी सच्चाई उगल दी और बताया कि किस तरह उन्होंने पति की हत्या की योजना बनाई थी। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्तौल, मोबाइल फोन, और अन्य साक्ष्य बरामद कर लिए हैं।
इस पूरे कांड ने इंदौर के राजा रघुवंशी केस की याद दिला दी, जहां भी पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति को मेघालय हनीमून के दौरान मरवा दिया था। फर्क बस इतना है कि वहां घटना को दिखाने के लिए पहाड़ों और हनीमून की आड़ थी, जबकि मसौढ़ी की इस वारदात में दिनदहाड़े, घर के पास ही खून बहाया गया।
ये घटनाएं सिर्फ अपराध की नहीं, रिश्तों की गिरावट की भी कहानी कहती हैं। ये बताते हैं कि जब भावनाएं मर जाती हैं, तो इंसान हैवान बन जाता है। कानून अपना काम कर रहा है, लेकिन समाज को भी अब सोचना होगा कि हम किस दिशा में जा रहे हैं, और कैसे रिश्ते अब लालच, बेवफाई और घृणा में बदलते जा रहे हैं।