21 जून 2025 को बिहार की सियासत, विकास और जनजीवन से जुड़ी खबरों ने राज्य का तापमान बढ़ा दिया। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर पटना में राजनेताओं की मौजूदगी से माहौल और गर्म हो गया। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय योग मंच पर सक्रिय दिखे, लेकिन असली सियासी करतब सिवान की रैली में हुआ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरजेडी और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने लालू प्रसाद यादव पर डॉ. भीमराव आंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि अगर ये गठबंधन सत्ता में आया तो बिहार में ‘जंगल राज’ लौट आएगा।
मोदी के दौरे से ठीक पहले केंद्र सरकार ने बिहार के लिए 33,464 करोड़ रुपये की सड़कों और पुलों की योजनाओं का ऐलान किया। इसे चुनावी गियर की तरह देखा जा रहा है। नए पुल, बाइपास, अपग्रेडेड नेशनल हाईवे — सब कुछ उस वक्त जब सियासी बयानबाजी चरम पर है। दूसरी ओर, पर्यटन विभाग ने ऐलान किया है कि राज्य के 5 एकड़ से बड़े तालाबों को टूरिज्म हब में बदला जाएगा — जिसमें कैफे, बोटिंग और मछलीपालन भी शामिल होगा। चुनावी मौसम में यह ‘विकास का टूर पैकेज’ लोगों को लुभाने की एक नई स्कीम जैसा महसूस होता है।
इस बीच, बक्सर में एक स्कॉर्पियो गाड़ी रेलिंग तोड़कर गंगा में गिर गई, जिसमें एक शव मिला है और बाकी की तलाश जारी है। बेगूसराय की लड़कियों की हैंडबॉल टीम क्वार्टर फाइनल में पहुंची, जबकि नवादा के गांधी इंटर स्कूल में शहीद मनीष के परिजनों की मौजूदगी में योग दिवस का आयोजन किया गया।
पटना एयरपोर्ट के रनवे विस्तार की रिपोर्ट भी आज सौंपी गई, वहीं मौसम विभाग ने पूरे बिहार के 38 जिलों में भारी बारिश और तेज हवाओं की चेतावनी दी है। कोइलवर और आसपास के क्षेत्रों में बिजली कटौती का ऐलान भी किया गया है। भ्रष्टाचार के विरोध में राज्य के शिक्षक संगठनों ने आज एक दिवसीय धरने का आयोजन किया।
कुल मिलाकर, योग, राजनीति, सड़कें, पुल, बारिश और प्रदर्शन — बिहार में आज का दिन हर स्तर पर हलचल से भरा रहा। सत्ता के गलियारों से लेकर गांव की गलियों तक, 21 जून की तारीख ने दिखा दिया कि बिहार हर रोज़ बदल रहा है — कभी वादों से, कभी वार से, और कभी योग से।