बिहार की राजनीति एक बार फिर गर्मा गई है। उपराष्ट्रपति पद को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की संभावित विदाई के बाद बीजेपी इस पद पर नीतीश कुमार को बैठाने की रणनीति बना रही है, ताकि बिहार में एक बार फिर सत्ता समीकरण बदले जाएं।
तेजस्वी ने तीखा तंज कसते हुए कहा, “बीजेपी के पास कोई नीति, सिद्धांत या स्थिरता नहीं है। ये सिर्फ सत्ता का खेल है। जहां ज़रूरत हो, वहां दोस्ती बना लेते हैं। आज जिन नीतीश कुमार को ये ‘पलटी कुमार’ कहते थे, अब उन्हें ही उपराष्ट्रपति बनाकर अपनी चाल चलना चाहते हैं।” उन्होंने साफ कहा कि अगर नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति बनाया जाता है, तो बीजेपी को बिहार में नए सिरे से सत्ता के लिए रास्ता साफ मिल सकता है।
तेजस्वी ने यह भी आरोप लगाया कि यह सब सिर्फ विपक्ष को कमजोर करने और संवैधानिक पदों का राजनीतिक इस्तेमाल करने की एक बड़ी साजिश है। “दिल्ली की सत्ता को बिहार से जोड़ने की ये कोशिश पुरानी है। हर बार कोई नया चेहरा, नई चाल और पुराना एजेंडा सामने आता है – नीतीश जी को हटाकर बिहार में पीछे के दरवाजे से फिर घुसना चाहते हैं,” उन्होंने कहा।
तेजस्वी ने जनता से अपील की कि वे इन चालों को समझें और सावधान रहें। उन्होंने यह भी कहा कि राजद हर मोर्चे पर इसके खिलाफ आवाज़ उठाएगा और लोकतंत्र व बिहार की अस्मिता से कोई समझौता नहीं करेगा।
तेजस्वी के इस बयान के बाद बिहार की राजनीति में हलचल और तेज हो गई है। अब सभी की निगाहें नीतीश कुमार और बीजेपी की अगली चाल पर टिकी हैं।