पत्नी के साथ शादी की सालगिरह मनाने गया था, एसएसपी बोले-अब कोर्ट से लेंगे वारंट
पटना नगर निगम की मेयर सीता साहू के बेटे शिशिर कुमार को गिरफ्तार करने के लिए पटना पुलिस कार्रवाई शुरू कर दी है। पटना पुलिस की टीम शिशिर की ससुराल झारखंड के गिरिडीह जिले के बगोदर में 14 जुलाई की सुबह छापेमारी की थी।
झारखंड पुलिस के साथ पटना पुलिस ससुराल की तलाशी ली, लेकिन शिशिर वहां नहीं मिले। पुलिस वहां से बैरंग लौट गई। शिशिर के खिलाफ तीन दिनों पहले गांधी मैदान थाने में वार्ड पार्षद को धमकाने और मारपीट करने का केस दर्ज हुआ था। इस केस में पटना पुलिस की टीम उसके आलमगंज थाना के महाराजगंज स्थित घर पर भी छापेमारी की थी, जहां शिशिर नहीं थे। हालांकि, स्थानीय लोगों ने पुलिस की छापेमारी का विरोध किया था।
मोबाइल लोकेशन के आधार पर पहुंची थी पटना पुलिस
पटना के गांधी मैदान थाने की पुलिस शिशिर के घर पर पहुंची तो वो नहीं मिले। फिर उनकी मां सीता साहू और परिजनों से पूछताछ की गई तो किसी ने कुछ नहीं बताया। पुलिस ने शिशिर के मोबाइल का लोकेशन निकाला तो पता चला कि वह झारखंड के बगोदर में है। इसके बाद पुलिस की टीम बगोदर रेड करने पहुंची
शिशिर के ससुराल वालों ने पुलिस पर बदसलूकी करने का आरोप लगाया है। परिजनों ने बताया कि पुलिस सबसे पहले अशोक मेडिकल हॉल पहुंची। वहां दरवाजा तोड़ने की कोशिश की। फिर बगल के राशन दुकानदार विजय साव के घर की छत से मेडिकल दुकानदार के घर में घुसी। परिजनों ने गिरिडीह एसपी से जांच की मांग करते हुए कहा है कि पुलिस बिना अनुमति के घर में कैसे घुसी।
शिशिर के घर पर दो बार पहुंची थी पुलिस
गांधी मैदान, आलमगंज समेत कई थानों की पुलिस शनिवार की देर रात और 13 जुलाई की सुबह दो बार शिशिर के पटना स्थित घर पर छापेमारी करने पहुंची थी। घर में मेयर सीता साहू मौजूद थीं। सीता साहू ने पुलिस की इस कार्रवाई पर कहा था कि घर में पुलिस ने जिस तरह की दबिश दी है, वह निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने की सजा है।
निगम में भ्रष्टाचार नहीं चलेगाः शिशिर
पटना पुलिस की कार्रवाई के बीच में मेयर पुत्र शिशिर कुमार ने वीडियो जारी किया है। वीडियो में शिशिर ने कहा, ‘प्रशासन जो कार्रवाई कर रही है, वह बिल्कुल गलत है। मैं अनुरोध करता हूं कि सीसीटीवी फुटेज और मीटिंग का फुटेज जांच कर ले। यह नीतीश जी की सरकार है, किसी के दबाव में मत आइए। पहले आप जांच कर लीजिए, मैं आपके शहर में मौजूद हूं। जब आपका आग्रह होगा, मैं आपके सामने हाजिर हो जाऊंगा। पटना नगर निगम में भ्रष्टाचार नहीं चलेगा।‘
आलमगंज थाने में भी हत्या समेत चार केस दर्ज है
शिशिर के खिलाफ गांधी मैदान थाने में मारपीट और धमकी देने का केस 3 दिनों पहले दर्ज हुआ है। इसमें सात साल से कम की सजा का प्रावधान है। अगर किसी पर पहले से कोई केस दर्ज नहीं होता है तो उन्हें 41 का नोटिस देकर थाने से जमानत मिल जाती है, लेकिन शिशिर को इसका लाभ नहीं मिलेगा। इसकी वजह है कि शिशिर पर आलमगंज थाने में हत्या, आर्म्स एक्ट, हत्या के प्रयास, प्रॉपर्टी डैमेज करने, मारपीट आदि के केस दर्ज है। एक केस कोतवाली थाने में भी दर्ज है।
परिजनों का आरोप – सर्च वारंट लेकर नहीं पहुंची थी पुलिस
पटना और बगोदर पुलिस की कार्रवाई को लेकर शिशिर के ससुराल वाले विकास कुमार ने आरोप लगाया कि ‘पटना से पहुंची पुलिस ने सर्च वारंट नहीं दिखाया। महिला पुलिस भी साथ में नहीं थी। विरोध करने पर पुलिस ने धमकी दी। परिवार के एक सदस्य ने वीडियो बनाना शुरू किया, तो पुलिस ने जबरन डिलीट करवा दिया।