चुनाव आयोग सोमवार को यानी बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar VIdhan Sabha Chunav 2025) कार्यक्रम की घोषणा करेगा। इसको लेकर चुनाव आयोग ने शाम 4 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है।
243 सदस्यीय राज्य विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है। राजनीतिक दलों ने चुनाव आयोग से अक्टूबर के अंत में मनाए जाने वाले छठ पर्व के तुरंत बाद चुनाव कराने का आग्रह किया है, ताकि अधिक से अधिक मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित की जा सके, क्योंकि बड़ी संख्या में बाहर काम करने वाले लोग त्योहारों के लिए घर लौटते हैं।

राज्य में 2020 के विधानसभा चुनाव कोविड-19 महामारी के साये में तीन चरणों में हुए थे, जिसमें 56.93 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। इस बार कई राजनीतिक दलों ने एक फेज में चुनाव कराने की मांग की है। चुनाव आयोग आज इस पर अपना अंतिम फैसला सुना देगा।
इससे पहले मुख्य चुनाव आयुक्त बिहार का दो दिवसीय दौरा कर चुके हैं, जिसमें उन्होंने विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लिया। अपनी विजिट में उन्होंने सभी मान्यता प्राप्त दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की, वहीं जिम्मेदार अधिकारियों को भी दिशा निर्देश दिए।
चुनाव में इन पार्टियों के बीच लड़ाई
बिहार चुनाव में मुख्य लड़ाई एनडीए और महागठबंधन के बीच में है, लेकिन एक नया आयाम प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी जोड़ रही है, जो खुद को बिहार की राजनीति में एक वैकल्पिक ताकत के रूप में स्थापित कर रही है।
पिछले विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने 125 सीटों के साथ बहुमत हासिल किया, जबकि महागठबंधन ने 110 सीटें जीतीं। राजद 75 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी।








