Bihar STF Special Wing STA: Bihar Government has formed “Bihar STF Special Wing (S-TA)” to control and destroy the cyber cells of notorious criminals, cybercriminals and terrorists. STF Police Salary in Bihar Monthly Salary minimum 25000/- to Maximum 70000/- depends on profile.
बिहार सरकार ने कुख्यात अपराधियों, साइबर अपराधियों और आंतकियों के साइबर सेल को नियंत्रित कर नष्ट करने के लिए “Bihar STF Special Wing (S-TA)” का गठन किया है.
Bihar STF Special Wing STA : Bihar STF Special Wing (S-TA) अब कुख्यात अपराधियों पाताल से भी ढूढ़ कर लाएगी। क्योंकि Bihar STF Special Wing (S-TA) में बिहार पुलिस के सबसे जांबाज और तेज तर्रार होने के साथ साथ तकनिकी रूप से पूरी तरह अपग्रेड STF कर्मियों को रखा जायेगा। साथ ही साथ हर तरह की साइबर सुरक्षा और आधुनिक दुनिया के सारे नए टेक्नोलॉजी की जानकारी भी पूरी रखता हो. उसे ही बिहार STF में स्पेशल विंग (एस-टा) के अंदर जगह मिलेगी।
धार्मिक आतंकियों और कुख्यात साइबर अपराधी और नक्सिलयों पर नकेल कसने के उद्देश्य से बिहार सरकार ने बिहार के DGP R S भट्टी को STF से एक अलग विंग बनाने को निर्देश दिया था, जिसमे मुख्यमंत्री नितीश कुमार के निर्देश मिलते ही लिए बिहार के DGP R S भट्टी ने STF के अंदर एक स्पेशल विंग (एस-टा) का गठन करने का एलान कर दिया।
STF Police Salary in Bihar: बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने स्पेशल टॉस्क फोस (STF) और विशेष सुरक्षा दल (SSG) को विशेष प्रोत्साहन भत्ता देने का निर्णय लिया था। इसमें STF और SSG के अभियान दल के लिए मूल वेतन का 40 % और गैर अभियान दल के लिए मूल वेतन का 20% की दर से विशेष प्रोत्साहन भत्ता दिए जाएंगे। इस पर महंगाई भत्ता नहीं दिया जाएगा। हालांकि इसकी अधिकतम राशि 25 हजार रुपए होगी।
STF Police Salary in Bihar : एसटीएफ विशेष सुरक्षा दल अधिनियम 2000 के तहत गठित एसएसजी के कर्मचारियों और पदाधिकारियों के विशेष प्रोत्साहन भत्ता निर्धारण करने का निर्णय लिया गया था। समिति ने एसटीएफ और एसएसजी के कर्मचारियों और पदाधिकारियों की तुलना एनएसजी से करते हुए एसएसजी को मिले रहे भत्ता की तरह ही भत्ता देने की अनुशंसा की थी। अनुशंसा पर विचार के बाद वित्त विभाग ने अभियान के दौरान मूल वेतन का 40 % और गैर अभियान दल के लिए मूल वेतन का 20% की दर से विशेष प्रोत्साहन भत्ता देने का निर्णय लिया है।
Bihar STF Special Wing STA के लिए योग्यता सर्कुलर जारी
बिहार STF में स्पेशल विंग (एस-टा) के लिए योग्यता का पहला चरण यह है कि वह व्यक्ति पहले से ही बिहार पोलिस में तैनात हो. जिसपर कभी किसी प्रकार का विभागीय कार्रवाई नहीं हुई हो.
Bihar STF Special Wing STA : बिहार STF में स्पेशल विंग (एस-टा) में सिर्फ युवा पुलिस कर्मियों को चयन होगा। जो कंप्यूटर, लैपटॉप, टैबलेट, के साथ मोबाइल के एक एक पार्ट के साथ साथ वेबसाइट, एप्लीकेशन, डोमेन, होस्टिंग और हैकिंग की पूरी जानकारी रखता हो.
बिहार STF में स्पेशल विंग (एस-टा) के लिए योग्यता का दूसरा चरण यह है कि वह व्यक्ति पहले से ही बिहार पोलिस के STF विंग में तैनात हो. जिसपर कभी किसी प्रकार का भ्र्रष्टाचार और असवैधानिक गतिविधियों में दंडात्मक कार्रवाई नहीं हुई हो.
साथ ही साथ बिलकुल ईमानदार, निष्ठावान, नीदरवान, धैर्यवान हो. तथा किसी भी प्रकार के लोभ लालच में नहीं रहता हो. बिहार पुलिस में रहते हुए कभी सरकारी आदेश का उल्लंघन नहीं किया हो.
Bihar STF Special Wing STA : बिहार STF में स्पेशल विंग (एस-टा) का कर्मी हर तरह की साइबर सुरक्षा और आधुनिक दुनिया के सारे नए टेक्नोलॉजी की पूरी पुख्ता जानकारी भी रखता हो. उसे ही बिहार STF में स्पेशल विंग (एस-टा) के स्पेशल सेल में नियुक्त किया जायेगा।
Bihar STF Special Wing STA बनाने का उदेश्य
Bihar STF Special Wing STA : बिहार STF में स्पेशल विंग (एस-टा) बनाने का उदेश्य यह है कि बिहार की आबादी पूरी दुनिया में बहुत तेजी से बढ़ रही है. बिहार सबसे तेजी युवा हो रहा प्रदेश है. जिसमें बेरोजगारी बहुत जयादा और तकनिकी कौशल (दक्षता) की क्षमता युवाओं में बहुत ज्यादा है. जिसके करना आपराधिक घटनावो में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. साइबर अपराधियों और ऑनलाइन ठगी करने वालों में अधिकतर युवा ही शामिल है. यह तकनिकी क्षमता बिहार स्टफ के पास नहीं है. जिसके कारन बिहार सरकार को बिहार STF में स्पेशल विंग (एस-टा) को बनाना की जरुरत महसूस हुई. इसमें सिर्फ युवा और जवान पुलिस कर्मियों को रखने का स्पष्ट निर्देश मिला है.
Bihar STF Special Wing STA : यह विंग आधुनिक उपकरणों और तकनीक की मदद से अपराधियों की जानकारी जुटाएगी। इस नई इकाई के गठन का उद्देश्य एसटीएफ को तकनीकी रूप से उत्क्रमित करना, अंतरराज्यीय संगठित आपराधिक गिरोहों पर प्रभावकारी नियंत्रण रखना, अपराधियों की गतिविधि पर नजर रखते हुए अभियान चलाना, आधुनिक अपराध का पता लगाना आदि है।
इसके लिए तकनीकी रूप से कुशल पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों का चयन किया गया है। इसके साथ ही एसटीएफ की विशेष इकाई एस-टा को आधुनिक उपकरण, साफ्टवेयर और हार्डवेयर भी उपलब्ध कराए गए हैं।
Bihar STF Special Wing STA की कार्यप्रणाली
Bihar STF Special Wing STA : बिहार STF में स्पेशल विंग (एस-टा) की कार्यप्रणाली का मुख्य फोकस कुख्यात अपराधियों पर नकेल कसने और तकनीकी रूप से अपराधियों की गतिविधियों का विश्लेषण करने के लिए बिहार एसटीएफ में एक नई विंग “बिहार STF में स्पेशल विंग (एस-टा)” का गठन किया गया है। यह एसटीएफ की तकनीकी और विश्लेषण विंग (एस-टा) होगी। यह विंग आधुनिक उपकरणों और तकनीक की मदद से अपराधियों की जानकारी जुटाएगी। इसके लिए तकनीकी रूप से कुशल पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों का चयन किया गया है।
Bihar STF Special Wing STA तकनीक की मदद से अपराधियों पर नकेल कसेगा।
Bihar STF Special Wing STA : कुख्यात अपराधियों पर नकेल कसने और तकनीकी रूप से अपराधियों की गतिविधियों का विश्लेषण करने के लिए बिहार एसटीएफ में एक नई विंग का गठन किया गया है। यह एसटीएफ की तकनीकी और विश्लेषण विंग (एस-टा) होगी। बिहार STF में स्पेशल विंग (एस-टा) जेल से छूटने वाले कुख्यात अपराधियों पर तकनीक की मदद से भी विशेष नजर रखेगा। अपराधियों के जेल से छूटते ही संबंधित जिलों को ई-मेल के जरिए अलर्ट भेजेगा। बिहार STF पिछले छह माह में 4800 से अधिक कुख्यात अपराधियों को लेकर जिलों को करीब ढाई हजार ई-मेल अलर्ट भेजे गए हैं। जिसपर लगातार नजर बिहार स्टफ की बनी हुई है.
Bihar STF Special Wing STA : अलर्ट का मकसद इन अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखना है। अभी तक इस काम की मदद के थाना पुलिस की मदद से यह काम लिया जा रहा था। जिसमे अपरधियों का थाना पुलिस के अधिकारीयों और पुलिशकर्मीयों की मिलीभगत से जिला और थाना के स्तर पर लगातार अलर्ट भेजने के बाद भी लापरवाही बरती जाती है.
Bihar STF Special Wing STA : जिससे करना अपराधियों में किसी प्रकार के कानून का भय ब्याप्त नहीं रहता है. जिससे बिहार में आपराधिक घटनाओ में काफी बृद्धि हो रही है. अब बिहार STF में स्पेशल विंग (एस-टा) के गठन के बाद इन अपराधियों का सत्यापन तकनीक के माध्यम से किया जायेगा, और इसकी भी मासिक रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इसके बाद इन अपराधियों कड़ी नजर राखी जाएगी। बिहार STF की ओर से 99 प्रतिशत अपराधियों का सत्यापन हो चूका है.
बिहार STF की ओर से फरवरी २०२४ तक 791 पुलिस थानों को 3751 अपराधियों का सत्यापन करने का टास्क सौंपा गया था। इसमें 2739 गांवों से जुड़े अपराधी शामिल थे।