Angry Pashupati Paras and Left The Minister Post : लोकसभा चुनाव में मनमानी सीट नहीं मिलने से लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष पशुपति पारस नाराज ने होकर छोड़ा मंत्री पद। पशुपति पारस नाराज होकर नूतनचर्चा से कहे कि “पशुपति पारस के साथ नाइंसाफी हुई है, पशुपति पारस इसे बर्दास्त नहीं करेगा।
लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा हो चुकी है। सभी नेता अपने टिकट और उम्मीदवारी के लिए जुगत भिड़ा रहे है। सभी पार्टियों का ध्यान अभी लोकसभा जनरल इलेक्शन 2024 पर टिका हुआ है। पशुपति पारस अपनी पार्टी के लिए भी ज्यादा से ज्यादा लोकसभा टिकट की मांग प्रधानमंत्री मोदी से कर रहे हैं। लेकिन चिराग पासवान के आगे उनकी एक नहीं चल रही है।
चिराग पासवान को NDA गठबंधन में 5 सीट मिल चूका है। जिसमे जमुई सीट से खुद चिराग पासवान लड़ेंगे और हाजीपुर सीट से उनकी माता जी को लोकसभा चुनाव लड़ने का विचार है। बाकि लोजपा की तीन सीटों पर भाजपा के ही प्रत्याशी लोजपा के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे।
आपको बता दे पशुपति पारस ने 15 मार्च 2024 को ही मीडिया में यह बयान जारी कर दिया था कि वह चुनाव हाजीपुर से ही लड़ेंगे। बाकि जितने प्रत्याशी पिछले चुनाव में जीते थे, उन्हें उसी जगहों से चुनाव भी लड़ाएंगे। इस बयान भारत तक ट्विटर पर भी आया था।
हम हाजीपुर से चुनाव लड़ेंगे… हम तीनों सांसद जहां-जहां से सांसद रहे हैं, वहां से हम चुनाव लड़ेंगे। हमारी पार्टी का फैसला है: पशुपति पारस
केंद्रीय मंत्री और RLJP के प्रमुख पशुपति पारस ने हाजीपुर सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान किया। NDA में सीट शेयरिंग को लेकर सामने आ रही ख़बरों से… pic.twitter.com/KgwAJiKzcV
— Bihar Tak (@BiharTakChannel) March 15, 2024
Angry Pashupati Paras and Left The Minister Post! Why ?
Angry Pashupati Paras and Left The Minister Post : दरअसल हाजीपुर लोकसभा सीट से पहले से ही पशुपति पारस सांसद थे। रामविलास पासवान की मृत्यु के बाद लोजपा में दो फाड़ हो गयी थी। जिसमे एक पार्टी चिराग पासवान की बनी और दूसरी पार्टी पशुपति पारस के हाथ मिल गयी। पशुपति पारस चिराग पासवान से अनबन के कारन ही पार्टी से अलग हुए थे।
अब NDA गठबंधन पशुपति पारस को सीटें नहीं देकर लोजपा चिराग पासवान को पांच सीटें मिल गयी। पशुपति पारस और भी नागवार तब गुजरा जब हाजीपुर सीट भी उनके हाथ नहीं लगी। और तो और हाजीपुर सीट से भाजपा चिराग के माता जी लड़ाने जा रही है। यह सुनकर पशुपति पारस और भड़क गए। तब पशुपति पारस ने इस्तीफा दे दिया।
पशुपति पारस नाराज होने के पीछे कही जदयू को हारने की चाल तो नहीं
Angry Pashupati Paras and Left The Minister Post : पिछले चुनावों में जैसे चिराग ने अलग होकर चुनाव लड़ा और जदयू का वोट काटा, उसी प्रकार की एक चाल अबकी पशुपति पारस के हाथ में कमान दे भाजपा जदयू को बैकफुट पर करना चाहती है। ऐसा लोगो का अनुमान है। हम पिछले बिहार विधान सभा चुनाव को ले तो देखेंगे कि चिराग पासवान ने अपने कैंडिडेट वही यही उतारे थे , जहा जदयू मजबूत थी।
जदयू के मजबूत जगहों और लगभग सभी जगहों पर चुनाव लड़ा कर चिराग पासवान ने जदयू प्रत्याशियों को हरा दिया था। इसीसे नीतीश कुमार ने नाराज होकर पलटी मार दिया था। और इसका ठीकरा केंद्रीय गृह मंत्री अमित साह पर फोड़ा था। बिहार के लोगों को लग रहा है कि काम 2021 विधान सभा चुनाव में हुआ था, वही काम करने के लिए भाजपा ने अब पशुपति पारस को लगाया है।
पशुपति पारस के बदले चिराग पासवान को कहा कहा की सीटें मिली हुई है।
Angry Pashupati Paras and Left The Minister Post : दरअसल सोमवार को एनडीए सहयोगियों पार्टियों ने बिहार में सीट बंटवारे की घोषणा की. एनडीए में समझौते के अनुसार, भाजपा 17 सीटों पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतार रही है। वही नीतीश कुमार की जदयू पार्टी 16 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसमें भी चिराग पासवान की रालोजपा 5 सीटों पर चुनावी जंग लड़ेगी।
जिसमें से चिराग पासवान के रालोजपा को सभी पांच सीट में जमुई, हाजीपुर, पर खुद चिराग पासवान और उनकी माता चुनाव लड़ेगी। बाकि अन्य तीन सीटों (समस्तीपुर, खगड़िया और वैशाली) पर भाजपा के उम्मीदवार लोजपा के टिकट पर चुनावी मैदान में अपना भाग्य आजमाएंगे।
Angry Pashupati Paras and Left The Minister Post : आपको बताते चले कि पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में लोजपा अविभाजित थीं और लोजपा ने छह सीटें जीती थीं. पशुपति पारस अपनी पार्टी के लिए इन सीटों की उम्मीद कर रहे थे. हालांकि, बीजेपी चिराग पर भरोसा किया, और पांचो सीट चिराग पासवान को दे दिया गया।
इसमें केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस के नेतृत्व वाले एलजेपी गुट के साथ सीट बंटवारे पर कोई चर्चा नहीं हुई. इस बारे में पूछे जाने पर बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा, ”उनसे बातचीत चल रही है.” वही दूसरी ओर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) एक-एक सीट पर NDA गठबंधन की तरफ से चुनाव लड़ेंगी।