“पाकिस्तान ने फतह-II मिसाइल के ज़रिए भारत पर हमला किया है। जानें इस हमले के पीछे की वजह, समय और भारत की प्रतिक्रिया। पूरी जानकारी पढ़ें यहाँ।”
पृष्ठभूमि: कश्मीर में आतंकी हमला और प्रतिक्रिया
2025 में, भारतीय नियंत्रित कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में एक आतंकवादी हमले में 26 नागरिकों की मृत्यु हो गई। इस हमले को भारतीय सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूहों द्वारा अंजाम दिया गया बताया। पाकिस्तान ने इन आरोपों का खंडन किया और किसी भी संलिप्तता से इनकार किया। इस घटना के बाद, भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की योजना बनाई।
ऑपरेशन सिंदूर: भारत की प्रतिक्रिया
भारत ने 7 मई 2025 को “ऑपरेशन सिंदूर” शुरू किया, जिसमें भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के विभिन्न ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। इन हमलों में बहावलपुर, मुरिदके, और सियालकोट जैसे स्थानों को निशाना बनाया गया। भारतीय रक्षा मंत्रालय ने इन हमलों को “सटीक और नियंत्रित” बताया, जिनका उद्देश्य आतंकवादी समूहों की अवसंरचना को नष्ट करना था।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया: ऑपरेशन बुनियान उल मर्सूस
पाकिस्तान ने भारतीय हमलों के जवाब में “ऑपरेशन बुनियान उल मर्सूस” शुरू किया। इस ऑपरेशन के तहत, पाकिस्तान ने भारत के विभिन्न सैन्य ठिकानों पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए। इनमें दिल्ली को निशाना बनाते हुए फतह-II बैलिस्टिक मिसाइल का प्रक्षेपण प्रमुख था। हालांकि, भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने इस मिसाइल को हरियाणा के सिरसा में सफलतापूर्वक इंटरसेप्ट कर लिया।
ड्रोन हमले और सीमा पर तनाव
शुक्रवार रात, पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर गुजरात तक 26 स्थानों पर ड्रोन हमले किए। इन हमलों का उद्देश्य भारतीय सैन्य ठिकानों, हवाई अड्डों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचाना था। भारतीय रक्षा मंत्रालय के अनुसार, सभी हमलों को सफलतापूर्वक विफल कर दिया गया। हालांकि, पंजाब के फिरोजपुर में एक रिहायशी इलाके में ड्रोन हमले में एक ही परिवार के कुछ सदस्य घायल हो गए।
भारत की जवाबी कार्रवाई
शनिवार रात, भारत ने पाकिस्तान के रावलपिंडी के नूर खान एयरबेस, पंजाब के शोरकोट में रफीकी एयरबेस और चकवाल के मुरिद एयरबेस को निशाना बनाकर जवाबी हमला किया। रक्षा सूत्रों के अनुसार, इन हमलों में पाकिस्तान की वायुसेना को भारी क्षति पहुंची है।
सीमा पर सैन्य गतिविधियाँ और नागरिक सुरक्षा
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और उस पर निरंतर निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि अंतरराष्ट्रीय सीमा एवं नियंत्रण रेखा के पास 26 स्थानों पर ड्रोन देखे गए, जिनमें संदिग्ध हथियार वाले ड्रोन शामिल हैं। इन स्थानों में बारामूला, श्रीनगर, अवंतीपोरा, नगरोटा, जम्मू, फिरोजपुर, पठानकोट, जैसलमेर, बाड़मेर, भुज एवं लक्खी नाला शामिल हैं।
कूटनीतिक प्रयास और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर, अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने दोनों देशों से संयम बरतने और कूटनीतिक प्रयासों को पुनः शुरू करने की अपील की है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने दोनों देशों के अधिकारियों से बात की है और मध्यस्थता की पेशकश की है ताकि संघर्ष को और बढ़ने से रोका जा सके।