पटना मेट्रो परियोजना एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। बुधवार से मेट्रो डिपो में परीक्षण दौड़ शुरू होने जा रही है। सभी आवश्यक तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। यह परीक्षण पहले डिपो के अंदर ही होगा। इसके बाद, आईएसबीटी से भूतनाथ स्टेशन तक परीक्षण किया जाएगा। यह परीक्षण एक सप्ताह तक चलेगा।
परीक्षण के दौरान, मेट्रो 800 मीटर लंबे ट्रैक पर दौड़ेगी। यह बैरिया बस टर्मिनल के पास स्थित मेट्रो डिपो में 132 केवी स्विच स्टेशन को पूरी तरह चार्ज करने के बाद किया जाएगा।

पहले चरण में, पटना मेट्रो को रेड लाइन के नाम से जाना जाएगा। रेड लाइन न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल को जीरो माइल, भूतनाथ, खेमनीचक और मलाही पकड़ी से जोड़ेगी। मेट्रो का संचालन प्रतिदिन सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक होने की उम्मीद है।
परीक्षण से पहले, मंगलवार को पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PMRCL) की अपर प्रबंध निदेशक और नगर विकास एवं आवास विभाग की संयुक्त सचिव अभिलाषा शर्मा ने अधिकारियों के साथ मेट्रो डिपो का निरीक्षण किया।
उन्होंने 132/33/25 केवी स्विचिंग स्टेशन का भी निरीक्षण किया। यह स्टेशन मेट्रो के विद्युतीकरण के लिए महत्वपूर्ण है। निरीक्षण के दौरान, उन्होंने स्विचिंग स्टेशन की तैयारियों और कार्यक्षमता का जायजा लिया।
उन्होंने परियोजना की समय-सीमा को पूरा करने पर जोर दिया। साथ ही, विद्युत सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करने की बात कही। विद्युतीकरण की जांच के दौरान ही मेट्रो को वर्कशॉप से बाहर पटरी पर लाया गया।
पटना मेट्रो का यह परीक्षण रन परियोजना की प्रगति का एक महत्वपूर्ण कदम है। यह शहरवासियों को जल्द ही विश्वस्तरीय मेट्रो सुविधा प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। मेट्रो का उद्घाटन इसी महीने 22 या 23 सितंबर को प्रस्तावित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेट्रो को हरी झंडी दिखाकर इसका शुभारंभ करेंगे।








