
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियां देखने आए हैं। वे बुधवार रात पटना पहुंचे और अगले दिन रोहतास जिले के डेहरी-ऑन-सोने और बेगूसराय में बड़ी बैठकें करेंगे। इन बैठकों में राज्य के करीब 20 जिलों से भाजपा सांसद, विधायक, पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल होंगे।
सुबह डेहरी (रोहतास) में शाहाबाद और मगध क्षेत्रों के पार्टी नेताओं से बैठक होगी। डेहरी की यह बैठक E. Lallan Singh Sports Club, जक्खी बिघा में होगी। इसमें स्थानीय नेताओं को पिछली हारें, वोट बैंक की स्थिति और बूथ-स्तर से संगठन मजबूत करने के मुद्दों पर रणनीति बनाने की बात होगी।

दोपहर में बेगूसराय में बड़ी सभा होगी जिसमें करीब 2,500 भाजपा नेता और कार्यकर्ता शामिल होंगे। बैठक की जगह Barauni Refinery Township Stadium है। इस बैठक में उनका फोकस उन जिलों पर होगा जैसे पटना, बेगूसराय, नालंदा, खगड़िया, जमुई, लखीसराय, मुंगेर, शेख़पुरा आदि — जहाँ पार्टी को मजबूती हासिल करनी है।
भाजपा ने राज्य को पाँच ज़ोन में बांटा है और अमित शाह की ये बैठकें ज़रूरत के अनुसार प्रत्येक ज़ोन की तैयारी को टटोलने और रणनीति तय करने का हिस्सा हैं। खासकर शाहाबाद-मगध इलाकों में 2020 विधानसभा चुनावों व 2024 लोकसभा चुनावों में पार्टी को मिली हार का विश्लेषण हो रहा है और उन कमियों को दूर करने की तैयारी है।
बीजेपी कार्यकर्ता अभियान (door-to-door) भी शुरू कर रही है। बूथ-स्तर पर लोगों से सम्पर्क, सरकार की योजनाओं के लाभ बताने और पार्टी की विश्वसनीयता बनाने पर ज़ोर दिया जाएगा।
अमित शाह का कहना है कि ये बैठकें सिर्फ दिखावे की नहीं हैं, बल्कि जीत सुनिश्चित करने के लिए ज़मीनी रणनीति, संगठनात्मक मजबूती और वोटरों से सीधे जुड़ाव की कोशिश हैं। पार्टी संगठन को चुनाव से पहले क्रियाशील, जिम्मेदार और जवाबदेह बनाने की जिम्मेदारी उम्मीदवारों व पदाधिकारियों पर है।
शाह का पटना दौरा इस महीने की और रणनीतिक बैठकों की श्रृंखला का हिस्सा है; अगले दौर की बैठकों की तारीखें व स्थान तय किए जाने हैं।








