हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने Apple के CEO टिम कुक से आग्रह किया कि वे भारत में iPhone निर्माण को रोकें और अमेरिका में उत्पादन बढ़ाएं। ट्रंप ने कहा, “मैं नहीं चाहता कि आप भारत में निर्माण करें। भारत अपनी देखभाल खुद कर सकता है।”
ट्रंप के इस बयान के बाद भारत सरकार के वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत स्मार्टफोन निर्माण के लिए एक प्रतिस्पर्धी वैश्विक केंद्र है, और कंपनियां अपने लाभ के आधार पर निर्णय लेती हैं।
Apple ने भारतीय सरकार को आश्वासन दिया है कि कंपनी की भारत में निवेश योजनाएं यथावत रहेंगी और वह भारत को अपने उत्पादों के लिए एक प्रमुख निर्माण आधार बनाना जारी रखेगी।
वर्तमान में, Apple भारत में Foxconn और Tata Electronics के माध्यम से iPhone का निर्माण कर रहा है, और कंपनी का लक्ष्य है कि जून तिमाही से अमेरिका में बेचे जाने वाले अधिकांश iPhone भारत में निर्मित हों।
ट्रंप ने यह भी दावा किया कि भारत ने अमेरिका को “शून्य शुल्क” व्यापार समझौते की पेशकश की है, हालांकि भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने स्पष्ट किया कि इस पर अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है और बातचीत जारी है।
इस घटनाक्रम से स्पष्ट है कि भारत वैश्विक स्मार्टफोन निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, और Apple जैसी कंपनियां भारत में अपने संचालन का विस्तार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, भले ही अमेरिका से विपरीत संकेत मिल रहे हों।