जिले के सभी प्रखंडों में दिव्यांग बच्चों के लिए दिव्यांगता पहचान शिविर का आयोजन
📅 तिथि: 07 मई से 15 मई 2025
📍 स्थान: वैशाली, बिहार
🔷 दिव्यांग बच्चों के लिए समर्पित पहल
वैशाली जिला प्रशासन ने एक विशेष अभियान की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य 0 से 18 वर्ष तक के सभी दिव्यांग बच्चों की पहचान कर उन्हें दिव्यांगता प्रमाण पत्र और UDID कार्ड (Unique Disability ID Card) प्रदान करना है। यह दिव्यांगता पहचान शिविर जिले के सभी प्रखंडों में 07 मई 2025 से 15 मई 2025 तक आयोजित किया जाएगा।
🔷 शिविर का मुख्य उद्देश्य
इस अभियान का मकसद दिव्यांग बच्चों को सरकारी योजनाओं से जोड़ना है ताकि वे शिक्षा, स्वास्थ्य, छात्रवृत्ति, और सामाजिक सुरक्षा जैसी सेवाओं का पूर्ण लाभ उठा सकें। शिविर के माध्यम से ऐसे बच्चों को चिन्हित किया जाएगा जो अभी तक प्रमाण-पत्र से वंचित हैं।
🔷 जिला पदाधिकारी की पहल
वैशाली के जिला पदाधिकारी श्री यशपाल मीणा ने इस शिविर के आयोजन को लेकर सभी संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा:
“शिविर की सफलता के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को एक साथ मिलकर समन्वय के साथ काम करना होगा।”
प्रत्येक प्रखंड में अधिकारियों की टीम स्थानीय स्तर पर काम करेगी और दिव्यांग बच्चों का डाटा संग्रह कर प्रमाण पत्र बनवाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगी।
🔷 शिविर की तिथियां और स्थान
शिविर के आयोजन को लेकर स्थानीय स्कूलों, पंचायत भवनों, आंगनबाड़ी केंद्रों और स्वास्थ्य उपकेंद्रों में प्रचार-प्रसार किया जा रहा है ताकि कोई भी पात्र बच्चा छूट न जाए।
🔷 UDID कार्ड और दिव्यांगता प्रमाण पत्र के लाभ
UDID कार्ड भारत सरकार की एक डिजिटल पहचान योजना है जिससे दिव्यांग नागरिकों को अनेक लाभ मिलते हैं:
सरकारी योजनाओं में प्राथमिकता
छात्रवृत्ति और शिक्षा संस्थानों में आरक्षण
स्वास्थ्य सेवाओं में रियायत
सरकारी नौकरी और परीक्षाओं में विशेष अवसर
पेंशन और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में पात्रता
दिव्यांगता प्रमाण पत्र इन सभी लाभों को प्राप्त करने का प्राथमिक दस्तावेज है।
🔷 अभिभावकों से अपील
जिला प्रशासन ने अभिभावकों और समाज के लोगों से अपील की है कि:
वे अपने क्षेत्र के दिव्यांग बच्चों को इस शिविर में जरूर लाएं
सभी आवश्यक दस्तावेज जैसे जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पुराना मेडिकल रिकॉर्ड आदि साथ लाएं
समय पर अपने नजदीकी प्रखंड कार्यालय पहुंचकर रजिस्ट्रेशन करवाएं
🔷 निष्कर्ष: समावेशी समाज की दिशा में बड़ा कदम
इस शिविर के माध्यम से वैशाली जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि कोई भी दिव्यांग बच्चा पीछे न रह जाए। यह अभियान ना सिर्फ उनके लिए प्रमाण पत्र का रास्ता खोलेगा बल्कि उन्हें सरकारी योजनाओं से जुड़ने और आत्मनिर्भर बनने में भी मदद करेगा।
➡️ आपका सहयोग जरूरी है — आइए, मिलकर हर दिव्यांग बच्चे को उसका हक दिलाएं।